बाकी सब रिश्ते झूठे..इक तेरा रिश्ता सच्चा है मां..
सब तोड़ते हैं वादे यहां मगर तेरा हर वादा पक्का है मां..
इस धरती पर तुझसे अच्छा कोई नहीं है मां।।
हम रो देते हैं इक छोटी सी चोट पर..
और तुम बड़े से बड़ा दर्द भी चुपचाप सह लेती हो मां..
इस धरती पर तुझसे अच्छा कोई नहीं है मां।।
हम बैठे बैठे थक जाते हैं...जब मन करता सो जाते हैं..
और तुम सब करने के बाद भी उफ्फ तक नहीं करती हो मां..
इस धरती पर तुझसे अच्छा कोई नहीं है मां।।
बिन बोले ही हर बात मेरी तुम समझ लेती हो मां..
हर जरूरत का ख्याल रख उसे बड़ी सहजता से पूरा कर देती हो मां..
इस धरती पर तुझसे अच्छा कोई नहीं है मां।।
जब छोड़ देती है साथ दुनिया तुम उस वक़्त भी पास रहती हो मां..
आंसू पोंछ अपने आंचल से हमारे..जीने की नई राह दिखाती हो मां।।
इस धरती पर तुझसे अच्छा कोई नहीं है मां।।
कितना भी लिख लूं.. मगर ये शब्द तेरे आभार में बेहद ही कम हैं मां..
तुम सिर्फ एक शब्द नहीं मेरे लिए.. तुम तो मेरी पूरी ज़िंदगी हो मां।।
तेरी हिम्मत, सहनशीलता व ममता को हर पल मेरा सलाम है मां।।
इस धरती पर तुझसे अच्छा ना कोई था.. ना कोई है और ना कभी कोई होगा मां।।